Monday, 18 January 2016

"श्रमदान"

क्या हम अपने घर में कचरा फेंकते हैं, कभी नहीं ।
क्या अपने घर की सफीई करना निम्न कार्य है, नहीं ।
क्या हम अपने मेहमान से सफई कराते हैं, बिलकुल नहीं ।
क्या उस घर में ईशवर का वास होता है, जो स्वच्छ नहीं, कभी नहीं ।
- उमंग

ईश्वर ने प्रकृति के रूप में जो हमें अनमोल तौफा दिया है , उसे लौटना तो इंसान के बस में नहीं , लेकिन जिस प्रकर्ति के कारण हमारा जीवन चल रहा है उसके लिए कुछ करना हमारा कर्तव्य है जिससे हमें कभी नहीं चूकना चाहिए । भले वो वृक्षारोपण हो या प्रकर्ति की सफाई करना , भले वो किसी की मदद करना हो या हमेशा सत्य की राह पे चलना , हर काम अंत में प्रकर्ति में ही सम्लित होता है , तो ये हमारी नैतिक ज़िम्मेदारी है की हम प्रकर्ति को वैसा ही शुद्ध तौफा दे जैसा उसने हमें दिया है , हमारी हर सांस तक प्रकर्ति की देन है , रोज़ मर्रा की दिक्कते और दिन चर्या के कामो में इंसान इतना व्यस्त हो जाता है की वो अपना मूल कारण भूल जाता है , जो की है परमात्मा से मिलन , प्रकर्ति भी ईश्वर का ही स्वरुप है , अगर आप प्रकर्ति से मेलजोल बनाये रखेंगे तो ईश्वर का  हाथ भी आप पे अपने आप रहेगा , मैं "अनंत अमन सोशल वेलफेयर सोसाइटी" का धन्यवाद करना चाहता हूँ की उन्होंने मुझे इस काबिल समझा और प्रकर्ति एवं परमात्मा
से मिलने और उसके साथ समय बिताने का मौका दिया ।
- तनोज


Team of our organisation took responsibility of cleaning one of the popular & natural picnic spots nearby Indore city, PatalPani Falls.
Cleaning drive successfully completed under supervision of Mr. Sandeep Rajapaa, SDM(Mhow)




Brief report :-
Proud to have all such members in the AnantAman family who reached at 6:30 in morning..
We reached at Patalpani by 8:00 a.m. and got free from cleaning task by 11:30 a.m. . Then we went to Malendi village for the finalization of health camp, by 12:30 p.m. we reached there and after having few words with Sarpanch & ppl at village,  by 2:30 p.m. marched back to Indore. We all were empty stomach but it's only dedication towards work that whole team were interested to give our best to bring some change.
- Hemant Gupta



             

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